Read dhokha hindi shayari by Narendra Prakash “Neeraj” one of the finest writers in India. Hindi Shayari, Hindi Status, Poetry Hindi.
झुमका, कंगन, पायल कुछ भी दे दो
धोखे के सिवा हमे एक और निशानी चाहिए
दूरियाँ, फ़ासले, तन्हाई इनसे कुछ नही होता
जो हमे प्यार नही करते, हमे उनकी जुबानी चाहिए
ये आंखे फिर से किसी का ख़्वाब देखेंगी
शर्त इतनी है की इन्हे नींद आनी चाहिए
जालसाज़ी, फ़रेब, धोखा अगर यही शराफ़त है
तो माफ़ करिए हम बुरे लोग है, हमे तो बेईमानी चाहिए
तुम भी हंसते हो हमको दिगंबर देख करके
तुम तो दोस्त कहते थे, तुम्हे तो शर्म आनी चाहिए
शराब, ख्वाब, दर्द अब सब बेअसर है
जो उनकी याद आई है तो फिर बरसात आनी चाहिए
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